Wednesday, August 17, 2011

क्या परी हो तुम

खुशनसीब होतें हैं वो
खुदा जिन्हें खुबसूरत बनाता है
सवारता है फुरसत भरे लम्हों में
किसी के प्यार की मूरत बनाता है
उनमे से एक आप भी हैं!

सूरज सी लाली दमक रही हो
जिसकी झील सी आँखों तले
सुर्ख होंठो की मुस्कान ऐसी
देख जिसे गुलाब भी जले
उनके नाजुक पाँव पड़े जिस पथ
वो अपने पर इतराता है
उनमे से एक आप भी हैं


कोरे कंगना कवारे सवारे कलाई
जिसकी रूह की महक से
ये वादियाँ गुनगुनाई
घनेरी ज़ुल्फों की लहर
जैसे गंगा की आरती
मदहोश फ़िज़ाए भी
जिसके रूप को सवांरती
उनमे से एक आप भी हैं!
सच में,
खुशनसीब होतें हैं वो………..! “


Monday, August 15, 2011

India to celebrate 65th Independence Day

Today, Monday , August 15, 2011.
 India, the world’s biggest democracy, 

celebrates its 65th Independence Day reminding 
the masses of an end to British rule on August 15, 1947. 

http://festivalsofindia.in/independenceday/img/independence-day.gif


Friday, August 12, 2011

मेरी सहेली सुश्मिता के नाम


मेरी सहेली  मुझसे नाराज  है वह मुझे बहुत प्यार करती  है 
वह कलकता मे है 

सुर्ख गुलाब की महक है दोस्ती,

सदा हँसने हँसाने वाला पल है दोस्ती,

दुखों के सागर में एक कश्ती है दोस्ती,

काँटों के दामन में महकता फूल है दोस्ती,

जिंदगी भर साथ निभाने वाला रिश्ता है दोस्ती,

रिश्तों की नाजुकता समझाती है दोस्ती,

रिश्तों में विश्वास दिलाती है दोस्ती,

तन्हाई में सहारा है दोस्ती,

मझधार में किनारा है दोस्ती,

जिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती,

किसी-किसी के नसीब में आती है दोस्ती,

हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती,

हर आँख में बसने वाला नजारा है दोस्ती,
__________________
तू जंहा रहे खुश रहे 
मै हमेशा तुम्हारे साथ हूँ |

रमजान मुबारक !


सब मुसलमान भाई बहनों को, 

इस माहे मुबारक पर,

उनके हिंदू भाइयों और बहनों  की ओर से 

मुबारकबाद !

Thursday, August 11, 2011

राखी आने वाली है

आगए राखी के दिन १३.०८.२०११
 सभी को शुभकामना 
मेरी तरफ से छोटा सा उपहार 
सभी ब्लॉगर दोस्तों  और भईयो केलिए
मस्त ही मस्त
ये राखी भाइयो का त्यौहार ये राखी बहनों का त्यौहार
भाई के मन में पलता बहना के लिए एक अमर प्यार
बहना के भी मन में पलता भइया के लिए अमर दुलार
ये राखी करे उसे साकार ये राखी करे उसे साकार

भइया चाहे छोटा सा हो या फिर भइया बहुत बड़ा हो
भइया हो चाहे पैसे वाला या फिर चाहे गरीब हो भइया
छोटे बड़े का फर्क ना जाने धन निर्धन का भेद ना माने
राखी का बंधन है ऐसा जो मांगे सिर्फ़ भइया का प्यार
ये राखी भाइयो का त्यौहार ये राखी बहनों का त्यौहार

पूजा है ये इक बहना की खुशहाली चाहे अपने भइया की
राजा बन के राज करे वो जीवन में आगे ही बढे वो
बारिश में ज्यों पानी की बूंदे सबके कोठे दाने भरती
यही आस इक बहना भी अपने भइया के लिए है करती
ये राखी भाइयो का त्यौहार ये राखी बहनों का त्यौहार
आप सभी को मेरे तरफ से भेट और शुभ कामनाये 

Wednesday, August 10, 2011

मोहब्बत का खुदा


हमें इंतजार था जिनका हजार शिद्दत से
न वो आए न पैगाम उनका

उन्हें हम मान बैठे हैं मोहब्बत का खुदा
जो इंसान बनकर भी, न मेरे काम आए

फिर भी यारों ये दिल है कि मानता नहीं
सुबह से शाम हो गई इंतजार में उनके

.....पर न वो आए न पैगाम उनका

करूंगा इंतजार कयामत तक उनके आने का
क्या पता उस रोज ही वो रहम खाएं

जहां जिस हाल में हो तुम सदा खुश रहना
हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है


Tuesday, August 9, 2011

बरखा रानी ,तुम झूम -झूम कर बरसो ,

बरखा रानी ,तुम झूम -झूम कर बरसो , धरती की तन पर सुधा बरसाओ ।
धरती आज
 बनी है दुल्हन ,
तुम उसे अपनी जल से नहलाओ ।
मोतियों की बरसा करके ,
उस की तुम श्रृंगार कर दो ।
दूर गगन में , दामिनी चमकी ,
जैसे लाखों दीये जले हों ।
बादलों की गडगडाहट ,
जैसे नगाडे बज रहे हो
बरखा जैसे ही आती है ,
धरती निखर जाती है ।

आओ आओ बरखा रानी ,
झूम झूम कर बरसो ।

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