बहुत सुन्दर, बधाई.
बेहतरीन प्रस्तुति ।
खुबसूरत.....
अति सुंदर मुक्तक...
अरे वाह!आपने तो बहुत सुन्दर मुक्तक लिखा है!मगर पोस्ट लगाने में विलम्ब क्यों करती हैं आप!
लाज़वाब भाव...बहुत सुंदर
bahut achche bhaav bilkul sach hai.
बहुत सुन्दर और सटीक बात कही है ..
badhiyaa
बहुत ही सुन्दर क्षणिका है विद्या जी ! बधाई !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
प्रभावशाली रचना...शुभकामनायें आपको !
वाह! खूबसूरत मुक्तक है
वाह, बहुत सुंदर
बेहतरीन प्रस्तुति।
रोता नहीं है कोई भी किसी और के लिए सब अपनी अपनी किस्मत को ले लेकर खूब रोते हैंप्यार की दौलत को कभी छोटा न समझना तुमहोते है बदनसीब ,जो पाकर इसे खोते हैं http://madan-saxena.blogspot.in/http://mmsaxena.blogspot.in/http://madanmohansaxena.blogspot.in/
Nyc lines mamform ceo of http://www.pztheshayar.com
मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।
बहुत सुन्दर, बधाई.
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeleteखुबसूरत.....
ReplyDeleteअति सुंदर मुक्तक...
ReplyDeleteअरे वाह!
ReplyDeleteआपने तो बहुत सुन्दर मुक्तक लिखा है!
मगर पोस्ट लगाने में विलम्ब क्यों करती हैं आप!
लाज़वाब भाव...बहुत सुंदर
ReplyDeletebahut achche bhaav bilkul sach hai.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सटीक बात कही है ..
ReplyDeletebadhiyaa
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर क्षणिका है विद्या जी ! बधाई !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteप्रभावशाली रचना...
ReplyDeleteशुभकामनायें आपको !
वाह! खूबसूरत मुक्तक है
ReplyDeleteवाह, बहुत सुंदर
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति।
ReplyDeleteरोता नहीं है कोई भी किसी और के लिए
ReplyDeleteसब अपनी अपनी किस्मत को ले लेकर खूब रोते हैं
प्यार की दौलत को कभी छोटा न समझना तुम
होते है बदनसीब ,जो पाकर इसे खोते हैं
http://madan-saxena.blogspot.in/
http://mmsaxena.blogspot.in/
http://madanmohansaxena.blogspot.in/
Nyc lines mam
ReplyDeleteform ceo of http://www.pztheshayar.com