यार का रुतबा जिंदगी में सब से ज्यादा होता है,
यार के बिना जीवन अध होता है,
यार यार नहीं खुदा होता है,
महसूस तो तब होता है जब वो जुदा होता है
सिर्फ तुम ही हो ज़िन्दगी में ,
पर मैं तुम्हे पा नहीं सकता,
रहेगा दुःख हमेशा तुम्हे न पाने का ,
पर अपनी ख़ुशी के लिए तुम्हे रुला नहीं सकता ...!
मंजिल उन्ही को मिलती है
जिनके सपनो में जान होती है .
पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है.
बेहतरीन अभिव्यक्तियों की माला आपकी काव्य रचना अच्छा लगा पढ़कर बधाई
ReplyDeleteदोस्ती का सही अर्थ बताती हुई सुन्दर रचना!
ReplyDeleteखूबसूरत प्रस्तुति ||
ReplyDeleteदोस्ती का सही अर्थ बताती हुई सुन्दर रचना| बधाई|
ReplyDeletevaastav me dost vahi hota hai.achchi abhivyakti.
ReplyDeleteपहले तो में आप से माफ़ी चाहता हु की में आप के ब्लॉग पे बहुत देरी से पंहुचा हु क्यूँ की कोई महताव्पूर्ण कार्य की वजह से आने में देरी हो गई
ReplyDeleteआप मेरे ब्लॉग पे आये जिसका मुझे हर वक़त इंतजार भी रहता है उस के लिए आपका में बहुत बहुत आभारी हु क्यूँ की आप भाई बंधुओ के वजह से मुझे भी असा लगता है की में भी कुछ लिख सकता हु
बात रही आपके पोस्ट की जिनके बारे में कहना ही मेरे बस की बात नहीं है क्यूँ की आप तो लेखन में मेरे से बहुत आगे है जिनका में शब्दों में बयां करना मेरे बस की बात नहीं है
बस आप से में असा करता हु की आप असे ही मेरे उत्साह करते रहेंगे
वाह विद्या जी ....
ReplyDeleteबहुत ही मनमोहक और सार्थक प्रस्तुति
वाह बहुत खूब ,बहुत सुन्दर ...
ReplyDeleteBeautiful as always.
ReplyDeleteIt is pleasure reading your poems.
मंजिल उन्ही को मिलती है
ReplyDeleteजिनके सपनो में जान होती है .
पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है.खुबसूरत प्रस्तुती....
मंजिल उन्ही को मिलती है
ReplyDeleteजिनके सपनो में जान होती है .
पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है.
लाजवाब! आशा और उत्साह जगाती पंक्तियां।
sach yaar ke bicharne ka soch kar hi rooh kaanp jati hai ,yesa hota hai yaar.............
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