Monday, September 19, 2011

मंजिल

यार  का  रुतबा  जिंदगी  में  सब   से  ज्यादा  होता  है,
यार  के  बिना  जीवन  अध  होता  है,
यार  यार  नहीं  खुदा  होता  है,
महसूस  तो  तब  होता  है  जब  वो  जुदा  होता  है


सिर्फ  तुम  ही  हो  ज़िन्दगी  में ,
पर  मैं  तुम्हे  पा   नहीं  सकता,
रहेगा  दुःख  हमेशा  तुम्हे  न  पाने  का ,
पर  अपनी  ख़ुशी  के  लिए  तुम्हे  रुला  नहीं  सकता ...!



मंजिल  उन्ही  को  मिलती  है 
जिनके  सपनो  में  जान  होती  है .
पंख  से  कुछ  नहीं  होता,
हौसलों  से  उड़ान  होती  है.

दोस्त वह है जो दुख और शुख मे हमेशा साथ रहते है 
वही अच्छा दोस्त कहलाता है 

12 comments:

  1. बेहतरीन अभिव्यक्तियों की माला आपकी काव्य रचना अच्छा लगा पढ़कर बधाई

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  2. दोस्ती का सही अर्थ बताती हुई सुन्दर रचना!

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  3. खूबसूरत प्रस्तुति ||

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  4. दोस्ती का सही अर्थ बताती हुई सुन्दर रचना| बधाई|

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  5. vaastav me dost vahi hota hai.achchi abhivyakti.

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  6. पहले तो में आप से माफ़ी चाहता हु की में आप के ब्लॉग पे बहुत देरी से पंहुचा हु क्यूँ की कोई महताव्पूर्ण कार्य की वजह से आने में देरी हो गई
    आप मेरे ब्लॉग पे आये जिसका मुझे हर वक़त इंतजार भी रहता है उस के लिए आपका में बहुत बहुत आभारी हु क्यूँ की आप भाई बंधुओ के वजह से मुझे भी असा लगता है की में भी कुछ लिख सकता हु
    बात रही आपके पोस्ट की जिनके बारे में कहना ही मेरे बस की बात नहीं है क्यूँ की आप तो लेखन में मेरे से बहुत आगे है जिनका में शब्दों में बयां करना मेरे बस की बात नहीं है
    बस आप से में असा करता हु की आप असे ही मेरे उत्साह करते रहेंगे

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  7. वाह विद्या जी ....
    बहुत ही मनमोहक और सार्थक प्रस्तुति

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  8. वाह बहुत खूब ,बहुत सुन्दर ...

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  9. Beautiful as always.
    It is pleasure reading your poems.

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  10. मंजिल उन्ही को मिलती है
    जिनके सपनो में जान होती है .
    पंख से कुछ नहीं होता,
    हौसलों से उड़ान होती है.खुबसूरत प्रस्तुती....

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  11. मंजिल उन्ही को मिलती है
    जिनके सपनो में जान होती है .
    पंख से कुछ नहीं होता,
    हौसलों से उड़ान होती है.
    लाजवाब! आशा और उत्साह जगाती पंक्तियां।

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  12. sach yaar ke bicharne ka soch kar hi rooh kaanp jati hai ,yesa hota hai yaar.............

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मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।

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