बहुत ही सुन्दर मुक्तक लिखे हैं आपने!--कल रविवार के चर्चा मंच पर आपके लिंक की चर्चा की गई है!
बहुत ही दूर है मुझसेमगर वो पास है कितना।हमेशा याद आता वो,न जाने प्यार है कितना।...बहुत ही खुबसूरत....
behtreen prstuti....
खूबसूरत एहसास
आभार ..एक और सुंदर रचना के लिए !!:
बहुत ही सुन्दर मुक्तक| बहुत खुबसूरत|
bahut pyaare muktak.aabhar.
बहुत ही खुबसूरत कविता .............बधाई .....
बहुत सुन्दर , सार्थक रचना , सार्थक तथा प्रभावी भावाभिव्यक्ति , ब धाई
प्रस्तुति स्तुतनीय है, भावों को परनाम |मातु शारदे की कृपा, बनी रहे अविराम ||
सुन्दर अभिव्यक्ति ,सुन्दर एहसास ...
प्यारी नज़्म के लिए बधाई।
बहुत ही दूर है मुझसेमगर वो पास है कितना।हमेशा याद आता वो,न जाने प्यार है कितना।प्यार में दूरियां हमेशा परेशान करती है. सुंदर भाव का एहसास करती सुंदर कविता. बधाई.
Bahut Sundar likha hai aapne..My Blogs:Life is just a LifeMy Clicks....
सुंदर रचना
न जाने प्यार है कितना।...बहुत ही खुबसूरत...
kya baat hai....this is very beautiful...
बहुत ही दूर है मुझसेमगर वो पास है कितना।हमेशा याद आता वो,न जाने प्यार है कितना।मेरी घरेलु भाषा भोजपुरी है.. इच्छा हुई की भोजपुरी में प्रतिक्रिया दूँ...बहुत बढ़िया लिखले बनी.. आभार.. राउर प्रतिक्रिया के हमरो बा इंतिजार.. एक बेर जरूर आइब.. राउर स्वागत बा...
बहुत सुन्दर रचना लिखा है आपने ! बेहतरीन प्रस्तुती!मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-http://seawave-babli.blogspot.com/http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।
बहुत ही सुन्दर मुक्तक लिखे हैं आपने!
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कल रविवार के चर्चा मंच पर आपके लिंक की चर्चा की गई है!
बहुत ही दूर है मुझसे
ReplyDeleteमगर वो पास है कितना।
हमेशा याद आता वो,
न जाने प्यार है कितना।...बहुत ही खुबसूरत....
behtreen prstuti....
ReplyDeleteखूबसूरत एहसास
ReplyDeleteआभार ..एक और सुंदर रचना के लिए !!
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बहुत ही सुन्दर मुक्तक| बहुत खुबसूरत|
ReplyDeletebahut pyaare muktak.aabhar.
ReplyDeleteबहुत ही खुबसूरत कविता ......
ReplyDelete.......बधाई .....
बहुत सुन्दर , सार्थक रचना , सार्थक तथा प्रभावी भावाभिव्यक्ति , ब धाई
ReplyDeleteप्रस्तुति स्तुतनीय है, भावों को परनाम |
ReplyDeleteमातु शारदे की कृपा, बनी रहे अविराम ||
सुन्दर अभिव्यक्ति ,
ReplyDeleteसुन्दर एहसास ...
प्यारी नज़्म के लिए बधाई।
ReplyDeleteबहुत ही दूर है मुझसे
ReplyDeleteमगर वो पास है कितना।
हमेशा याद आता वो,
न जाने प्यार है कितना।
प्यार में दूरियां हमेशा परेशान करती है. सुंदर भाव का एहसास करती सुंदर कविता. बधाई.
Bahut Sundar likha hai aapne..
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ReplyDeleteन जाने प्यार है कितना।...बहुत ही खुबसूरत...
ReplyDeletekya baat hai....this is very beautiful...
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ReplyDeleteमगर वो पास है कितना।
हमेशा याद आता वो,
न जाने प्यार है कितना।
मेरी घरेलु भाषा भोजपुरी है.. इच्छा हुई की भोजपुरी में प्रतिक्रिया दूँ...
बहुत बढ़िया लिखले बनी.. आभार.. राउर प्रतिक्रिया के हमरो बा इंतिजार.. एक बेर जरूर आइब.. राउर स्वागत बा...
बहुत सुन्दर रचना लिखा है आपने ! बेहतरीन प्रस्तुती!
ReplyDeleteमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
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