Wednesday, August 10, 2011

मोहब्बत का खुदा


हमें इंतजार था जिनका हजार शिद्दत से
न वो आए न पैगाम उनका

उन्हें हम मान बैठे हैं मोहब्बत का खुदा
जो इंसान बनकर भी, न मेरे काम आए

फिर भी यारों ये दिल है कि मानता नहीं
सुबह से शाम हो गई इंतजार में उनके

.....पर न वो आए न पैगाम उनका

करूंगा इंतजार कयामत तक उनके आने का
क्या पता उस रोज ही वो रहम खाएं

जहां जिस हाल में हो तुम सदा खुश रहना
हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है


19 comments:

  1. बहुत सुन्दर रचना , बहुत खूबसूरत अंदाज बधाई

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  2. बहुत सुन्दर, बहुत खूबसूरत....
    ग़ज़ब की कविता ... कोई बार सोचता हूँ इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है

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  3. मोहक भावपूर्ण बहुत बहुत सुन्दर...

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  4. प्रेम बहुत अच्छी प्रस्तुति

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  5. वाह बहुत सुन्दर रचना।

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  6. सभी ने बढिया कहा है। पर अन्यथा ना लें ऐसे बेवफा, बेमुर्रवत का क्यों इंतजार करना जो कभी भी काम नहीं आया।

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  7. वाह बहुत ही सुन्दर

    ब्लॉग की 100 वीं पोस्ट पर आपका स्वागत है!

    !!अवलोकन हेतु यहाँ प्रतिदिन पधारे!!

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  8. जहां जिस हाल में हो तुम सदा खुश रहना
    हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है.....

    बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना...

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  9. "जहाँ जिस हाल में हो तुम सदा खुश रहना
    हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है!"
    --
    विद्या जी!
    अच्छी भावनाओं और कामनाओं लेकर लिखी गई आपकी रचना बहुत ही सुन्दर है!
    सबसे बड़ी प्रसन्नता तो इस बात की है कि आप अहिन्दीभाषी होते हुए भी हिन्दी में स्रजन कर रहीं हैं। यदि कहीं कोई दिक्कत आये तो मैं आपकी सहायता के लिए तैयार रहूँगा!
    आप लिखती रहिए शब्दों और छंदों में सुधार आता जाएगा।
    बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
    आपका-
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक"

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  10. जहाँ जिस हाल में हो तुम सदा खुश रहना
    हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है!"

    मेरा आपसे निवेदन है कि 16 अगस्त से आप एक हफ्ता देश के नाम करें, अन्ना के आमरण अनशन के शुरू होने के साथ ही आप भी अनशन करें, सड़कों पर उतरें। अपने घर के सामने बैठ जाइए या फिर किसी चौराहे या पार्क में तिरंगा लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगाइए। इस बार चूके तो फिर पता नहीं कि यह मौका दोबारा कब आए।

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  11. बहुत ही सुन्दर गीत लिखा है...आभार !!

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  12. 'करूंगा इंतजार कयामत तक उनके आने का
    क्या पता उस रोज ही वो रहम खाएं'

    वाह! गज़ब ढाने वाली लाइन...बहुत सुन्दर रचना...बधाई

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  13. हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है
    इंतज़ार की इंतहां, मोहब्बत की इंतहां ..!

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  14. जहां जिस हाल में हो तुम सदा खुश रहना
    खुदा करे तुम्हारी ये दुआ काम आए ॥

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  15. हमें तो सदियों तक इंतजार का इरादा है

    ummeed karte hain ye intezaar khatm ho!

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  16. आप सभी ने मेरा ब्लॉग पे आके मुझे प्रोत्साहन दिए ,थैंक्स

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  17. रक्षाबन्धन के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
    स्वतन्त्रतादिवस की भी बधाई हो!

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मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।

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