खुशनसीब होतें हैं वो
खुदा जिन्हें खुबसूरत बनाता है
सवारता है फुरसत भरे लम्हों में
किसी के प्यार की मूरत बनाता है
उनमे से एक आप भी हैं!
खुदा जिन्हें खुबसूरत बनाता है
सवारता है फुरसत भरे लम्हों में
किसी के प्यार की मूरत बनाता है
उनमे से एक आप भी हैं!
सूरज सी लाली दमक रही हो
जिसकी झील सी आँखों तले
सुर्ख होंठो की मुस्कान ऐसी
देख जिसे गुलाब भी जले
उनके नाजुक पाँव पड़े जिस पथ
वो अपने पर इतराता है
उनमे से एक आप भी हैं
जिसकी झील सी आँखों तले
सुर्ख होंठो की मुस्कान ऐसी
देख जिसे गुलाब भी जले
उनके नाजुक पाँव पड़े जिस पथ
वो अपने पर इतराता है
उनमे से एक आप भी हैं
कोरे कंगना कवारे सवारे कलाई
जिसकी रूह की महक से
ये वादियाँ गुनगुनाई
घनेरी ज़ुल्फों की लहर
जैसे गंगा की आरती
मदहोश फ़िज़ाए भी
जिसके रूप को सवांरती
उनमे से एक आप भी हैं!
जिसकी रूह की महक से
ये वादियाँ गुनगुनाई
घनेरी ज़ुल्फों की लहर
जैसे गंगा की आरती
मदहोश फ़िज़ाए भी
जिसके रूप को सवांरती
उनमे से एक आप भी हैं!
सच में,
खुशनसीब होतें हैं वो………..! “
खुशनसीब होतें हैं वो………..! “
बहुत खूबसूरत रचना लिखी है!
ReplyDeleteपरी का बहुत ही अच्छा चित्रम किया है आपने इस पोस्ट में!
बहुत खूबसूरत रचना लिखी है!
ReplyDeleteपरी का बहुत ही अच्छा चित्रण किया है आपने इस पोस्ट में!
बहुत ही सुन्दर रचना,शानदार और उम्दा प्रस्तुती!
ReplyDeletegood..i am expecting more..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर वर्णन किया है.बधाई.
ReplyDeletebahut sunder prastuti :)
ReplyDeleteखुबसूरत भावाभिवय्क्ति....
ReplyDeletebahut hee badhiyaa!!
ReplyDeleteजितनी सुन्दर तस्वीर उतनी ही सुन्दर कविता! उम्दा प्रस्तुती!
ReplyDeletehttp://urmi-z-unique.blogspot.com/
http://amazing-shot.blogspot.com
बहुत प्यारी तस्वीर और उससे भी प्यारी आपकी रचना .badhai
ReplyDeleteblog paheli
very nice....
ReplyDeleteबहुत खूब।
ReplyDeletesundarta to aatma ki hoti hai, bahya sundarta aakarshan hoti hai
ReplyDeleteyah to hamen bhi achhi lagi badhai
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबहुत अच्छा चित्रण किया आपने | बहुत सुन्दर कविता |
ReplyDeleteमेरे भी ब्लॉग में आयें |
मेरी कविता
Sunder Abhivykti...
ReplyDeleteबेहद सुदंर
ReplyDeleteअरे कमाल का लिखा है आज तो……………मेरे पास तो शब्द कम पड गये है तारीफ़ के लिए ………अद्भुत्।
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