Thursday, August 4, 2011

पूछता है दिल बार- बार


पूछता है दिल बार- बार 

पूछता है दिल बार-बार
कैसे होता   है प्यार ?

तुम मुझे प्यार की परिभाषा
बतलाते हो.
मुझे नहीं सुननी
तुम्हारी प्यार की परिभाषा

मुझे पता है
क्या होता  है

तुम बतला सकों
तो सिर्फ़ इतना बता दो
की कैसे होता है प्यार ?

मैं भी प्यार करके देखना चाहती हूँ
प्यार में जीने- मरने कि क़समें
मैं भी खा के देखना 
चाहती  हूँ

अब मुझे नहीं रहा जाता

पूछता है दिल बार-बार
कैसे होता है प्यार ?

24 comments:

  1. तुम मुझे प्यार की परिभाषा
    बतलाते हो.
    मुझे नहीं सुननी
    तुम्हारी प्यार की परिभाषा
    pyaar kee paribhasha kya , pyaar to bas pyaar hai

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  2. 'मेरे जैसे हो जाओगे जब इश्क तुमहें हो जाएगा'
    बहुत सुन्दर

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  3. pyar kaisae hota hai ye sikhaa nahi ja sakta..bus ho jata hai... pyar ek bahut khubsoorat ehsaas hai.. jeetae to sabhi hain pr zindagi jeenae layak ho jati hai jab ho jata hai pyar...

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  4. वाह ! बेहद खूबसूरती से कोमल भावनाओं को संजोया इस प्रस्तुति में आपने ...

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  5. This comment has been removed by the author.

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  6. ...ये दिल को छू लेने वाली पंक्तियाँ आपने बहुत अच्छे ढंग से पिरोई हैं।

    मेरी पोस्ट पर आने के लिए ढेर सारा धन्यवाद!.....आपने कमेंट वाली गलती अभी तक ठीक नहीं की...खैर आपकी मर्ज़ी।

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  7. अगर इन पंक्तियों में:- "मैं भी प्यार करके देखना चाहता हूँ" (की जगह- चाहती हूँ)... और
    "प्यार में जीने- मरने कि क़समें
    मैं भी खा के देखना चाहता हूँ" (की जगह- चाहती हूँ) होता तो...कुछ अच्छा ही होता शायद, क्योंकि प्रस्तुतकर्ता एक स्त्री है।

    वैसे मुझे माफ करिएगा मैं कुछ ज्यादा तो नहीं कह गया।

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  8. जो परिभाषा मे बंध जाये वो प्यार कहाँ …………सुन्दर भावाव्यक्ति।

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  9. प्यार तो सिर्फ प्यार होता है....

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  10. बढ़िया कविता ... प्यार को समझने की अच्छी कोशिश...

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  11. बहुत सुन्दर रचना , खूबसूरत भावाभिव्यक्ति

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  12. shabdo me kaha koi pyar ko bandh paya hai....

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  13. मैं भी प्यार करके देखना चाहती हूँ
    प्यार में जीने- मरने कि क़समें
    मैं भी खा के देखना चाहती हूँ



    bahut sndar panktiyan :)

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  14. तुम मुझे प्यार की परिभाषा
    बतलाते हो.
    मुझे नहीं सुननी
    तुम्हारी प्यार की परिभाषा...दिल को छू लेने वाली खुबसूरत पंक्तियाँ

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  15. जब होना होगा अपने आप हो जायेगा .. यूँ भटकने से नहीं :):) अच्छी प्रस्तुति

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  16. प्यार की परिभाषा को बहुत सुन्दरता से शब्दों में पिरोया है! बेहद ख़ूबसूरत रचना!
    मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

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  17. masoom rachna hai...


    http://teri-galatfahmi.blogspot.com/

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  18. dil ko choo lene wali bhawook rachna
    sunda

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  19. बहुत ही सुन्दर और भावभीनी कविता ..शब्द छा गए है ,..

    आभार

    विजय

    कृपया मेरी नयी कविता " फूल, चाय और बारिश " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . लिंक है : http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/07/blog-post_22.html

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  20. मुझे पता है
    क्या होता है

    aafareen!!

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  21. खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
    सादर,
    डोरोथी.

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मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।

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