शहरों में रहने वाले लोग जुगनुओं को नहीं देख पाते हैं, किन्तु अवकाशकाल में गाँव में हम इन कीड़ो को देख सकते हैं जो ग्रीष्म काल की संध्या के समय हलका नीला प्रकाश बिखेरते हैं! जुगनू के पेट में एक अवयव होता है! इन अवयवों में लूसिफेरिन (luciferin ) नामक पदार्थ ऑक्सीजन से मिलने पर प्रकाश उत्पन्न करता है! जुगनू और प्रकाशवान कीड़े प्रकाश- जन्तु परिवार में पंखदार, हल्के शरीर वाले झींगुर होते हैं, ये कीड़े भी रात को प्रकाश देते हैं, जब वे एक पौधे से दुसरे पौधे तक उड़ते हुए जाते हैं!
जुगनू अपनी मादा साथी को रिझाने के लिए जलता-बुझता है।
मैं सोचती हूँ. रंग और रोशनी मतलब तितली
रोशनी और अन्धेरा मतलब जुगनू
क्या इंसान जैसा ही कुछ कुछ मिलता है,रंग
रोशनी और अन्धेरा तीनों के बीच मैं इंसान
फिर भी सबकी अहमियत अपनी अपनी जगह
बस जीवन है येही क्या कम है जिसमें हम ये भेद करने मैं सछम हैं
रोशनी और अन्धेरा मतलब जुगनू
क्या इंसान जैसा ही कुछ कुछ मिलता है,रंग
रोशनी और अन्धेरा तीनों के बीच मैं इंसान
फिर भी सबकी अहमियत अपनी अपनी जगह
बस जीवन है येही क्या कम है जिसमें हम ये भेद करने मैं सछम हैं
ओह!
ReplyDeleteआज हमें भी पता चल गया कि जुगनुओं के प्रकाश में
क्या राज़ छिपा है।
बहुत खूबसूरत है!!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर लिखा है आपने ..
ReplyDelete..........बधाई ....
बहुत ख़ूबसूरत आलेख..
ReplyDeletewah ji...
ReplyDeletekitni sunder aur gyan vardhank jankari di hai..!
aap ka blogg bahut pashand aya.
Blogg ka anusharan kar raha hun..!
ap bhi aiye... hame khusi hogi.
Abhar.
Mubark ho mere follow karte hi ap ka no subh anko me chala gaya hai.___111_____
ReplyDeleteBadhai.
बहुत खुबसूरत ....
ReplyDeleteरोचक एवं सार्थक पोस्ट।
ReplyDelete------
ये रंगीन चित्रावलियाँ।
कसौटी पर शिखा वार्ष्णेय..
अतिसुन्दर वर्णन ...
ReplyDeleteबहुत सुंदर जुगुनू के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी आपने /इतनी शानदार प्रस्तुति के लिए बधाई /
ReplyDeleteplrase visit my blog.
www.prernaargal.blogspot.com
अच्छी जानकारी ... बढ़िया प्रस्तुति
ReplyDeleteबढ़िया प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी शुक्रिया दोस्त |
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