प्यार जीवन का सलोना गीत है।
ये वही है साज जिसमें प्रीत का संगीत है।
जय-पराजय की नहीं इसमें जगह,
जीत में भी हार है और हार में भी जीत है।।
दो दिलों का प्यार पाने के लिए,
दोस्ती होती निभाने के लिए।
देखकर जिसको खुशी मिलने लगे,
फूल होता है चमन में खिलखिलाने के लिए।
बहुत ही खुबसूरत....
ReplyDeleteप्यार जीवन का सलोना गीत है।
ReplyDeleteये वही है साज जिसमें प्रीत का संगीत है।
जय-पराजय की नहीं इसमें जगह,
जीत में भी हार है और हार में भी जीत है।।
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ! लाजवाब रचना!
वाह!
ReplyDeleteदोनों ही मुक्तक बहुत सुन्दर हैं!
अब तो आप बहुत अच्छा लिखने लगी हैं!
प्यार के कोमल भाव लिए ... गहरे एहसास लिए रचना ...
ReplyDeleteबहुत खूब ! गहन सन्देश देती बहुत सार्थक प्रस्तुति..
ReplyDeleteअन्ना जी को ताकत देना, लोकपाल को लाने की।
ReplyDeleteआज जरूरत है जन-मन के सोये भाव जगाने की।।
सुन्दर और भावपूर्ण प्रस्तुति....
ReplyDeletesundar abhivyakti.badhai vidya ji
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