मेरी सहेली मुझसे नाराज है वह मुझे बहुत प्यार करती है
वह कलकता मे है
वह कलकता मे है
सुर्ख गुलाब की महक है दोस्ती,
सदा हँसने हँसाने वाला पल है दोस्ती,
दुखों के सागर में एक कश्ती है दोस्ती,
काँटों के दामन में महकता फूल है दोस्ती,
जिंदगी भर साथ निभाने वाला रिश्ता है दोस्ती,
रिश्तों की नाजुकता समझाती है दोस्ती,
रिश्तों में विश्वास दिलाती है दोस्ती,
तन्हाई में सहारा है दोस्ती,
मझधार में किनारा है दोस्ती,
जिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती,
किसी-किसी के नसीब में आती है दोस्ती,
हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती,
हर आँख में बसने वाला नजारा है दोस्ती,
सदा हँसने हँसाने वाला पल है दोस्ती,
दुखों के सागर में एक कश्ती है दोस्ती,
काँटों के दामन में महकता फूल है दोस्ती,
जिंदगी भर साथ निभाने वाला रिश्ता है दोस्ती,
रिश्तों की नाजुकता समझाती है दोस्ती,
रिश्तों में विश्वास दिलाती है दोस्ती,
तन्हाई में सहारा है दोस्ती,
मझधार में किनारा है दोस्ती,
जिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती,
किसी-किसी के नसीब में आती है दोस्ती,
हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती,
हर आँख में बसने वाला नजारा है दोस्ती,
__________________
तू जंहा रहे खुश रहे
मै हमेशा तुम्हारे साथ हूँ |
दोस्ती का वास्तव में बहुत गहरा अर्थ होता है!
ReplyDelete--
विद्या जी आपने तो आज इस पोस्ट में दोस्ती की
बहुत सी सुन्दर परिभाषाएँ दे दी हैं!
--
आपकी मित्र तक आपकी भावनाएँ जल्दी ही पहुँचे यही कामना करता हूँ!
वाह ...बहुत खूब ..बेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeleteजिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती,
ReplyDeleteकिसी-किसी के नसीब में आती है दोस्ती,
हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती,
शुक्रिया ब्लॉग दस्तक के लिए .
हर आँख में बसने वाला नजारा है दोस्ती,सुन्दर ,सार्थक ,प्रेरक रचना .दोस्ती और दोस्त भाव -विरेचक का काम करती है .
कृपया यहाँ भी आपकी मौजूदगी अपेक्षित है -http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/blog-post_9034.हटमल
Friday, August 12, 2011
रजोनिवृत्ती में बे -असर सिद्ध हुई है सोया प्रोटीन .
http://veerubhai1947.blogspot.com/जिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती,
किसी-किसी के नसीब में आती है दोस्ती,
हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती,
हर आँख में बसने वाला नजारा है दोस्ती,
बृहस्पतिवार, ११ अगस्त २०११
Early morning smokers have higher cancer रिस्क.
बेहद खूबसूरत कविता.....
ReplyDeleteजब इतना प्यार करती है तो नाराजगी की वजह? आप ही पहल कर गलतफहमी दूर करें।
ReplyDeletebahut achhee rachnaa hai ,,,
ReplyDeleteaapke mn ki bhaavnaaeinN aapki mitr tak
pahunch jaaeiN,, yahi duaa hai .
खुबसूरत कविता है..
ReplyDeleteबिल्कुल सही
ReplyDeletewahhhhhhhhhhhhhh
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सारगर्भित,
ReplyDeleteरक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस पर्वों की हार्दिक शुभकामनाएं तथा बधाई
रक्षाबन्धन के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteस्वतन्त्रतादिवस की भी बधाई हो!
दोस्ती के अमर रिश्ते को समर्पित ... लाजवाब रचना ... आपकी सहेली जरूर माँ जायगी ... दोस्तों में नाराजगी लम्बी नहीं चलती ...
ReplyDeleteअच्छी रचना
ReplyDeleteदोस्ती के क्या रूप आपने दिखाए. वाह
बेहतरीन प्रस्तुति ........
ReplyDeleteumda paribhasha dosti ki :)
ReplyDelete.बेहतरीन
ReplyDeleteआन्तरिक भावों के सहज प्रवाहमय सुन्दर रचना....
ReplyDeleteमन के भावों को कविता में बहुत सुंदर तरीके से रूपांतरित किया है.
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की आपको बहुत बहुत शुभकामनायें.
दोस्ती पर रचित यह कविता अच्छी लगी।
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति
ReplyDelete