Thursday, July 21, 2011

तमिलनाडु मे aadi valli का पूजा मनाया जाता है |

Sarkarai Kappu for Matha Bhuvaneswari

aadi velli विशेष पूजा तमिल clendar २०११ के अनुसार , aadi velli 22july , 5th अगस्त और 12 अगस्त के तिथीaadi महीने में शुक्रवार को होता  है.सभी चार friday.Devotees के बीच पहली और aadi महीने में तीसरेशुक्रवार बहुतही शुभ रहे हैं इन दिनों पर देवी शक्ति मंदिर की यात्रा औरउनके परिवारों के कल्याण और समृद्धि के लिए विशेष पूजा की पेशकश.पर जाकर और चेन्नई के आसपास तीन aadi velli का एक ही दिन परshakti मंदिरों को विशेष पूजा की पेशकश शुभ विस्वाश  देवी शक्ति के तीन मंदिर हैं: Thiruvudai अम्मान कोइल मंदिर, vadivudai अम्मान कोइल मंदिर, और kodiyida.

Ichchaa Sakthi (Thiruvudai Amman) -The Sakthi who will fulfill 
                         devotees wishes.
Gnaana Sakthi (Vadivudai Amman) - The Sakthi who will bless 
                          us with knowledge.
Kriyaa Sakthi (Kodiyidai Amman) - The Sakthi who assists us 
                        in all our actions and attempts.

ARISI PAYASAM / RICE PAYASAM FOR THAI वेल्ली

प्रसाद 

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12 comments:

  1. बहुत सुन्दर जानकारी मिली आपकी इस पोस्ट से.
    चित्र भी बहुत सुन्दर लगे.
    आभार.

    मेरे ब्लॉग पर दर्शन दीजियेगा.

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  2. जानकारी भरी पोस्ट माताजी के दर्शन कराने के लिए धन्यवाद

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  3. बहुत अच्छी जानकारी ..... ! हार्दिक शुभकामनायें !

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  4. बहुत अच्छी जानकारी

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  5. बढ़ी बढ़िया प्रस्तुति ||

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  6. मुझे ये बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है की हिंदी ब्लॉगर वीकली{१} की पहली चर्चा की आज शुरुवात हिंदी ब्लॉगर फोरम international के मंच पर हो गई है/ आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज सोमवार को इस मंच पर की गई है /इस मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है /आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/इस मंच का लिंक नीचे लगाया है /आभार /

    www.hbfint.blogspot.com

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  7. pehli baar apke blog per aye hai sabhi rachna sunder lagi

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  8. ---ज्ञान इच्छा क्रिया ---का शक्ति वलय...भारतीय संस्कृति का मूल है जो प्रत्येक विचार व कार्य का...क्रियात्मक-कार्यान्वन आधार है...
    ---यह त्रिसत्तात्मक देवी माँ के रूप के दर्शन के लिए आभार ...
    ---यह, यह भी दर्शाता है कि चाहे उत्तर हो, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण...भारतीयता के मूल धर्म की जड़ें, उद्देश्य व तत्व समान हैं...

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मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।

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