कब-कब दहली मुंबई
26 नवंबर 2008 में मुंबई के कई इलाकों में हथियारबंद लोगों ने हमले किए जिनमें 164 से ज़्यादा लोगों का मौत हो गई और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए.
इन हमलों में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताज महल पैलेस होटल, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल और नरीमन हाउस इलाक़े शामिल हैं.
इसके अलावा 11 जुलाई 2006 को मुंबई की सात लोकल ट्रेनों में सात धमाके हुए इनमें 181 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई.
25 अगस्त 2003 को गेटवे ऑफ इंडिया और झावेरी बाज़ार इलाके में धमाके हुए इनमें 50 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई.
12 मार्च 1993 को मुंबई में कई जगहों पर हुए धमाकों में 257 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
इन जगहों पर हुए धमाके
क्या होगा ?उन मासूमो की इसमे किसीके माँ पापा किसी के बहन और भई
भी है |
मुंबई क्या हर साल एसा ही होता रहेगा क्या इसका अंत क्या नही ?
दुर्घटना में जान खोने वाले बंधुओ के प्रति सम्वेदनाएं......
ReplyDeleteअफजल और कसब को दामाद बना कर रखने वाली व्यवस्था में हम इससे ज्यादा क्या सोच सकते हैं.
अभी एक महान बयान महान सेकुलर लोगो से भी आना शेष हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म-मजहब नहीं होता है।
समाचार सुन कर दिल को धक्का सा लगा !
ReplyDeleteकैसी है आज की हमारी नकारी सरकार ?
कि मनमोहन सिंह अब भी वही रटा रटाया वाक्य कह रहे हैं की
कोई हमारे धैर्य की परीक्षा न ले |
ना जाने कब इनका धैर्य टूटेगा ? क्या चाहते हैं ये ?
हर कोई सब कुछ जानता है फिर भी ये सरकार चुप्पी लगा कर बैठी हुई है |
इनके लिए तो बाबा रामदेव जैसे देश भक्त महा ठग व पुलिसिया दरिंदगी के पात्र है
जब कि कसाब तथा लादेन जैसे दुर्दांत आतंकवादी आदर व मानवीय संवेदना के पात्र है |
क्या ये देश को रसातल में जाने कि प्रतीक्षा कर रहे हैं ?
very sad
ReplyDeleteमैं मदन शर्मा जी की टिप्पणी से सहमत हूं....निःसंदेह यह एक दुखद घटना है.
ReplyDeleteयह एक दुखद घटना है
ReplyDeleteसच कहा है मदन शर्मा जी आतंक वादी का कोई मज़हब नहीं होता इसलिए आतंक वादी धर्म -निरपेक्ष (सेक्युलर )होता है .हम तो विद्या जी रहते ही कोलाबा मुंबई के नेवी नगर में हैं ४सी ,अनुराधा में .इन दिनों केंटन (मिशिगन )में छोटी बिटिया के पास हैं .मुम्बई की नागरता ऐसे ही लोग विनष्ट कर रहें है करवा रहें हैं जिन्हें सेक्युलर कहा जाता है .यही भारत को एक आसान लक्ष्य ,सोफ्ट स्टेट ,बनाना -लोक -तंत्र बनाए हुएँ हैं जहां तंत्र और लोक के बीच कोई कनेक्टिविटी नही है .आपने विद्या जी यह मुद्दा उठाया जो जन -जन की दुश्चिंता है .
ReplyDeleteHope they get their compensation and corrupt people will not eat that also.
ReplyDeleteनिःसंदेह यह एक दुखद घटना है|
ReplyDeletesarkar kuchh karne vali nahi hai uska kam to aatankvadiyon kee aav bhagat karna matr hai aur vah vahi kar rahi hai.
ReplyDeleteAfsos! Mumbai me aisa hee chalta rahega! Zindabaad hon hamare napunsak qaanoon aur sarkaaren!
ReplyDeleteprabhu mritakon ki aatmaa ko shaanti prdaan karen aur netaaon kp akl
ReplyDeleteइस कायरतापूर्ण हमले से हर कोई आहत हुआ है,
ReplyDeleteविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
स्थिति न सिर्फ़ भयावह बल्कि चिंताजनक भी है। इस मसले के प्रति शीघ्र चेतना होगा वर्ना बहुत देर हो चुकी होगी।
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