Thursday, July 7, 2011

कोयल (पक्षी)

                                                     मादा कोयल 
कोयल कू कू कराती है॥ बच्चो का मन भारती है॥
मादा  

कोयल या कोकिल 'कुक्कू कुल' का पक्षी है, जिसका वैज्ञानिक नाम 'यूडाइनेमिस स्कोलोपेकस स्कोलोपेकस' है। नर कोयल नीलापन लिए काला होता है, तो मादा तीतर की तरह धब्बेदार चितकबरी होती है। नर कोयल ही गाता है। उसकी आंखें लाल व पंख पीछे की ओर लंबे होते हैं। नीड़ परजीविता इस कुल के पक्षियों की विशेष नेमत है यानि ये अपना घोसला नहीं बनाती। ये दूसरे पक्षियों विशेषकर कौओं के घोंसले के अंडों को गिरा कर अपना अंडा उसमें रख देती है। स्वभाव से संकोची यह पक्षी कभी किसी के सामने पडऩे से कतराता है। इस वजह से इनका प्रिय आवास या तो आम के पेड़ हैं या फिर मौलश्री के पेड़ अथवा कुछ इसी तरह के सदाबहार घने वृक्ष, जिसमें ये अपने आपको छिपाए हुए तान छेड़ता है।


                                

20 comments:

  1. vidhya ji bahut achchhi jankari dee hai aur koyal ke photo aur usse sambandhit song to bahut man bhaye.aabhar.

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  2. bahut achchhi post.shandar prstuti.

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  3. vidhya ji..very nice.....welldone....likhte rahe...congrates:)

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  4. bahut achchhi post.shandar prstuti.
    Thank you for visiting my blog!

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  5. जानकारीपरक लेख
    सुंदर चित्र

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  6. bahut badiya chitron ke saath sundar prastuti..

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  7. bahut achchhi jaankari...sundar chitr.
    blag jagat me aapka swagat hai....
    kalam abaadh chalti rahe...

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  8. sunder gynaverdhak lekh .....bahut acch laga....

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  9. आप का ब्लाग देखा। सुंदर है। अच्छी और ज्ञानवर्धक जानाकारियाँ हैं इस पर। बधाई!

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  10. ज्ञानवर्धक जानकारी अच्छा लगा ब्लॉग ,उज्जवल भविष्य कि शुभकामना

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  11. अच्छा लगा आपका ब्लॉग...

    इसी तरह सार्थक लिखती रहें...शुभकामनाएं...

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  12. कोयल के बारे में जानकारी पढकर और चित्र देखकर बहुत अच्छा लगा.
    सार्थक लेखन के लिए बधाई.

    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.

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  13. आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (09.07.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at
    चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

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  14. अच्छा लगा आपका ब्लॉग.

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  15. आपका ब्लॊग्जगत मे स्वागत है!

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  16. अभी तक कोयल को काले रंग में ही देखा है सुनहरे भूरे रंग के सम्मिश्रण सहित.आपने बिल्कुल ही नई जानकारी सचित्र दी है.पुरानी पोस्ट भी ज्ञानवर्धक और रोचक है. मेहनत जरूर रंग लायेगी.बधाई.

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  17. ज्ञानवर्धक जानकारी

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  18.  अस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर था
    आप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ,

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  19. एक तथ्य और कोयल स्वभाव से शाकाहारी है .लेकिन मादा कोयल कौवे के घोंसले में अंडा जनने के बाद अपना अंडा वहां छोड़ देती है और एक अंडा कौवी का लेके उड़ जाती है .यही इसका उत्तर प्रसव पहला आहार होता है .पक्षी विज्ञानियों ने इनका पीछा करके यह तथ्य उद्घाटित किया है .बच्चा भी कोयल परिवार (कक्कू )का बड़ा फितरती होता है .एक एक करे कक्कू वंश के बच्चों को घोंसले से गिराता रहता है .अच्छी पोस्ट के लिए आपको बधाई .

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  20. एक तथ्य और कोयल स्वभाव से शाकाहारी है .लेकिन मादा कोयल कौवे के घोंसले में अंडा जनने के बाद अपना अंडा वहां छोड़ देती है और एक अंडा कौवी का लेके उड़ जाती है .यही इसका उत्तर प्रसव पहला आहार होता है .पक्षी विज्ञानियों ने इनका पीछा करके यह तथ्य उद्घाटित किया है .बच्चा भी कोयल परिवार (कक्कू )का बड़ा फितरती होता है .एक एक करे कक्कू वंश के बच्चों को घोंसले से गिराता रहता है .अच्छी पोस्ट के लिए आपको बधाई .

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