Wednesday, July 6, 2011

^^^^सुविचार^^^


मनुष्य नवजात शिशु तुल्य है |
विकास हि उसका बल है |

चिंता से रूप ,बल और ज्ञान 
का नाश हो  जाता है|

कर्तब्य ही एसा आदर्श  है ,
जो कभी धोका नही दे सकता |

कर्म किये जा ,
फल की चिंता मत कर
ए इंसान ,
महाभारत में ललिखा  है |

मनुष्य नवजात शिशु तुल्य है |
विकास हि उसका बल है |



"You've got to be success minded. 
You've got to feel that things are coming 

your way when you're out selling; otherwise, 

you won't be able to sell anything."

                                                      Curtis Carlson


4 comments:

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