Friday, July 8, 2011

Lucknow Bloggers' Association लख़नऊ ब्‍लॉगर्स असोसिएशन: ‘बोल्डनेस’ शादी से पहले क्यों नहीं दिखाई थी?

Lucknow Bloggers' Association लख़नऊ ब्‍लॉगर्स असोसिएशन: ‘बोल्डनेस’ शादी से पहले क्यों नहीं दिखाई थी?

7 comments:

  1. बड़ी गंभीर बात पूछी है...??

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  2. आपका ब्लॉग बहुत अच्छा है. ऐसे ही लिखते रहें.. शुभकामनाएं.

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  3. समाज को देखो, टी वी को नहीं

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  4. बोल्ड होना सिर्फ जंग के मैदान में ठीक है सामाजिक सेट -अप ,उठ बैठ में नहीं .बोल्ड होने का मतलब राखी सावंत ,रेखा सहरावत ,मुन्नी और शीला और न जाने कौन कौन नित समझा रहीं हैं .बोल्ड होने को आजकल आइटम नंबर कहा जाता है .इस सिले और होड़ का अंत नहीं यहाँ भी बोल्ड होने वाला पिछड़ जाएगा .

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  5. एक तथ्य और कोयल स्वभाव से शाकाहारी है .लेकिन मादा कोयल कौवे के घोंसले में अंडा जनने के बाद अपना अंडा वहां छोड़ देती है और एक अंडा कौवी का लेके उड़ जाती है .यही इसका उत्तर प्रसव पहला आहार होता है .पक्षी विज्ञानियों ने इनका पीछा करके यह तथ्य उद्घाटित किया है .बच्चा भी कोयल परिवार (कक्कू )का बड़ा फितरती होता है .एक एक करे कक्कू वंश के बच्चों को घोंसले से गिराता रहता है .अच्छी पोस्ट के लिए आपको बधाई .

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मैं अपने ब्लॉग पर आपका स्वागत करती हूँ! कृपया मेरी पोस्ट के बारे में अपने सुझावों से अवगत कराने की कृपा करें। आपकी आभारी रहूँगी।

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